हर एक राज्य एक-दूसरे से सीखें, देश हित में करें काम; गृह मंत्रियों के चिंतन शिविर में बोले पीएम मोदी
हरियाणा के सूरजकुंड में चल रहे गृह मंत्रियों के दो दिवसीय चिंतन शिविर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कार्यक्रम को संबोधित किया. पीएम मोदी ने कहा कि गृह मंत्रियों का ये चिंतन शिविर सहकारी संघवाद का एक उत्तम उदाहरण है. हर एक राज्य एक दूसरे से सीखे, एक दूसरे से प्रेरणा लें, देश बेहतरी के लिए काम करे, ये संविधान की भी भावना है और देशवासियों के प्रति हमारा दायित्व है. उन्होंने कहा कि आने वाले 25 साल देश में एक अमृत पीढ़ी के निर्माण के हैं ये अमृत पीढ़ी, पंच प्राणों के संकल्पों को धारण करके निर्मित होगी. विकसित भारत का निर्माण, गुलामी की हर सोच से मुक्ति, विरासत पर गर्व, एकता-एकजुटता और नागरिक कर्तव्य इन पंच प्राणों का महत्व आप सभी जानते हैं
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि जब देश का सामर्थ्य बढ़ेगा तो देश के हर नागरिक, हर परिवार का सामर्थ्य बढ़ेगा. यही तो सुशासन है, जिसका लाभ देश के हर राज्य को समाज की आखिरी पंक्ति में खड़े व्यक्ति तक पहुंचाना है. इसमें आप सभी की बहुत बड़ी भूमिका है.अपराध वाली किसी भी जगह पर जैसे ही पुलिस पहुंचती है, लोगों में ये भाव आता है कि सरकार पहुंच गई. कोरोना काल में भी हमने देखा कि किस तरह पुलिस की साख बेहतर हुई थी.
प्रधानमंत्री ने कहा कि कानून व्यवस्था को बनाए रखना 24 घंटे का है लेकिन किसी भी काम में ये भी आवश्यक है कि हम निरंतर प्रक्रियाओं में सुधार करते चलें, उन्हें आधुनिक बनाते चलें. बीते वर्षों में भारत सरकार के स्तर पर कानून व्यवस्था से जुड़े सुधार हुए हैं जिसने पूरे देश में शांति का वातावरण बनाने का काम किया है. बीते वर्षों में केंद्र सरकार द्वारा बनाए गए कानूनों ने भी देश में कानून व्यवस्था को मजबूत किया है. मोदी ने कहा कि आज वैश्विक स्तर पर भारत जितनी तेजी से आगे बढ़ रहा है, उतनी ही तेजी से भारत की चुनौतियां भी बढ़ने वाली है,विश्व की बहुत सारी ताकतें होंगी, जो नहीं चाहेगी कि उनके देश के संदर्भ में भारत सामर्थ्यवान बने.