छत्तीसगढ़। दंतेवाड़ा (Dantewda)में हुई मुठभेड़ में एक मारे गए नक्सली और एक शहीद के शव को एक साथ एक ही पन्नी में बांध कर लेकर आने के मामले में पुलिस पर सवाल उठाए जा रहे हैं। जिसके बाद दंतेवाड़ा के एसपी डॉ. अभिषेक पल्लव ने सफाई दी है। बता दें मंगलवार को दंतेवाड़ा में सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई थी, जिसमें एक नक्सली को मारने में सेना को कामयाबी मिली थी। साथ ही एक जवान भी इस मुठभेड़ में शहीद हो गया था।
शहीद और नक्सली के शव को एक साथ एक पन्नी में लाने का मामला जब लोगों में पहुंचा तो शहीद के सम्मान को लेकर पुलिस पर सवाल उठाए जाने लगे। ऐसे में दंतेवाड़ा के एसपी डॉ. अभिषेक पल्लव ने कहा कि जिस जगह पर मुठभेड़ हुई, वह दुर्गम इलाका है। वहां संसाधनों की कमी थी। अलग से वाहन की व्यवस्था करना मुश्किल था। नक्सली के मरने के बाद मृत आत्मा का सम्मान किया जाता है। ऐसे में जवानों ने नक्सली के शव के साथ ही शहीद जवान का शव भी ले आए। बता दें इस मुठभेड़ में इस आतंकी को मारा गया था उसपर 8 लाख का ईनाम था। वहीं शहीद की पहचान सहायक आरक्षक कैलाश नेताम है।