कोलकाता । पश्चिम बंगाल में खड़गपुर, करीमपुर और कालीगंज में 25 नवंबर को होने वाले उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी, तृणमूल कांग्रेस और कांग्रेस तथा वाम दलों ने कमर कस ली है और ये उनके लिए प्रतिष्ठा का सवाल बन गए हैं।
भाजपा ने कल तीन उम्मीदवारों के नाम घोषित किए हैं और इनमें खड़गपुर से प्रेमचन्द्र झा, करीमपुर से जयप्रकाश मजूमदार और कालियागंज विधानसभा सीट से कम चन्द्र सरकार शामिल हैं।
कांग्रेस और वाम दलों ने संयुक्त रूप से उम्मीदवार की घोषणा की है और तृणमूल ने भी अपने प्रत्याशी की घोषणा कर दी है। तृणमूल उम्मीदवारों में खड़गपुर निगम के अध्यक्ष प्रदीप सरकार खड़गपुर, बिमलेन्दु सिंह राय और तपन देब सिंह करीमपुर और कालियागंज विधानसभा सीटों पर उप चुनाव लडेंगे।
वाम दलों ने करीमपुर में अपना उम्मीदवार चुनाव मैदान में उतारा है और खड़गपुर तथा कालियागंज सीटें कांग्रेस के लिए छोड़ दी हैं।
नादिया जिले में करीमपुर सीट पर वाम दलों ने गोलाम रब्बी को मैदान में उतारा है।
वाम मोर्चा के नेता बिमान बसु ने कहा है कि उनकी पार्टी खड़गपुर और कालियागंज में कांग्रेस उम्मीदवार को समर्थन देगी।
उन्होंने कहा कि वाम मोर्चा- कांग्रेस गठबंधन राज्य में तृणमूल और भाजपा के खिलाफ मतदाताओं को एकत्र करेंगे।
पश्चिम बंगाल कांग्रेस के अध्यक्ष सोमेन्द्र नाथ मित्रां ने कहा है कि उन्हाेंने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के साथ नयी दिल्ली में एक बैठक की है और उन्हें वाम दलों के साथ सीट बंटवारे के मसले पर हरी झंड़ी मिल गई है।
कांग्रेस ने सुश्री धीताश्री राय को कालियागंज से और चितरंजन मंडल काे खड़गपुर विधानसभा सीट पर उम्मीदवार बनाया है।
कालियागंज सीट से कांग्रेस विधायक परमार्थनाथ राय के निधन के बाद खाली हुई है जबकि खड़गपुर सदर सीट पर भाजपा के दिलीप घोष विजयी हुए थे लेेकिन बाद में वह मेदिनीपुर लोकसभा सीट पर भी चुनाव जीत गए थे। करीमपुर लाेकसभा सीट तृणमूल कांग्रेस की महुआ मोइत्रा कृष्णानगर लोकसभा सीट पर चुने जाने के कारण खाली हुई थी।