13 बोगस कंपनियां बनाकर से सटोरिए सतीश सनपाल ने किया हजार करोड़ का लेनदेन
जबलपुर। विदेश से बैठकर क्रिकेट का सट्टा संचालित करने वाले सतीश सनपाल ने 13 बोगस कम्पनियों के नाम पर हजार करोड़ रुपए का लेनदेन किया। पूरी रकम सट्टे की थी, जिसे एकाउंट में डालकर सफेद करने का प्रयास हुुआ है। यह सभी बोगस कम्पनियां केवल कागजों मे ही थी। उनके एकाउंट खुलवाने के लिए सतीश का चाचा मनोज सनपाल और फरार विवेक पांडे जाते थे। किसी भी कम्पनी द्वारा आयकर भी जमा नहीं किया जाता था। यह खुलासा पुलिस की जांच और पुलिस रिमांड में मौजूद मनोज सनपाल से पूछताछ के दौरान हुआ। मनोज को पुलिस ने तीन दिन की पुलिस रिमांड पर लिया है।
19 मई को पुलिस टीम ने राइट टाउन िस्थत आरके टावर के चैम्बर नम्बर 203, 204 में छापा मारा था। इस दौरान वहां मनोज सनपाल और दीपक रजक मिले थे। दोनों ने बताया था कि अमित शर्मा और विवेक पांडेय दुबई में बैठे सतीश सनपाल और उसके खास आजम द्वारा कमाई गई आईपील क्रिकेट सट्टे की रकम का हिसाब किताब रखते थे। वहां 21 लाख 55 हजार 600 रुपए, विभिन्न कम्पनियों की 27 सील, तीन ऋण पुस्तिका, 34 चैक बुक, संपंत्ति के दस्तावेज व एक नोटपेड जब्त किया गया था। जांच के दौरान पता चला कि आरोपियों ने दीपक के भाई प्रमोद रजक के नाम पर एक फर्जी कम्पनी खोल ली थी। मनोज और सतीश ने एक्सिस बैंक, यस बैंक, एचडीएफसी बैंक एवं आईसीआईसीआई बैंक में वाशेट सर्विस (ओ.पी.सी.) प्राइवेट लिमिटेड नाम से एकाउंट खोले थे। जिसमें आनर प्रमोद रजक को बनाया था। सतीश, विवेक और अमित समेत अन्य के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया था।