Jabalpur तिलहरी में चौकीदार की हत्या कर खुलासा: पुलिस के पहुंचने पर भी वारदात स्थल से नहीं भागा था हत्यारा
जबलपुर। गोराबाजार थाना अंतर्गत तिलहरी स्थित खाली प्लाट में चौकीदारी करने वाले परसवाड़ा निवासी 65 वर्षीय गुलाबनाथ सपेरा हत्याकांड का खुलासा कर दिया है।वहीं वारदात को अंज़ाम देने वाले आरोपी को पुलिस ने बरेला पेट्रोल पंप से घेराबंदी कर दबोच लिया है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि आरोपी काफी शातिर दिमाग का। इसी लिए हत्या करने के बाद भी वह मौके से फरार नहीं हुआ, उल्टा पुलिस को गुमराह कर रहा था। लेकिन मृतक के परिजनों और उसके बीच हुए विवाद के बाद वह भाग गया था।
हत्याकांड का खुलासा करते हुए पुलिस अधिकारियों ने बताया कि विवेचना दौरान अज्ञात आरोपी की पतारसी के संबंध में मृतक के बेटे प्रीतमनाथ सपेरा एवं मृतक के साथ में टपरा में रह रहे मजदूर प्यारी बाई, सुनीता पट्टा से विस्तृत पूछताछ की गई। पूछताछ के दौरान आरोपी वीरेन्द्र मरावी उर्फ राहुल के व्दारा 9 मार्च की रात में मृतक गुलाबनाथ सपेरा के साथ विवाद की बात सामने आई। वीरेंद्र मरावी जन्माष्टमी से मजदूरों के साथ वहां रह रहा था।
पूछताछ में पता चला कि 9 मार्च की रात में सुनीता पट्टा से बातचीत कर अपशब्दों का प्रयोग करना की बात पर से वीरेंद्र मरावी द्वारा मृतक गुलाबनाथ सपेरा से वाद विवाद होने के दौरान डंडे से सिर पर की गई चोट से उसकी मृत्यु हो गई थी। विवेचना मे आए साक्ष्यों के आधार पर अज्ञात से ज्ञात आरोपी वीरेन्द्र मरावी की तलाश पतासाजी के दौरान मुखबिर से सूचना प्राप्त हुई कि आरोपी से मिलता जुलता हुलिया का एक व्यक्ति बरेला पेट्रोल पम्प के पास खड़ा है। वह कही जाने के लिए वाहन का इंतजार कर रहा है। सूचना पर बरेला पेट्रोल पम्प के पास पहुंचे तो एक व्यक्ति सेण्डो बनयान एवं पेन्ट पहने खड़ा दिखा। जो पुलिस का देखकर भाँगने का प्रयास किया। लेकिन पुलिस बल ने उसे दबोच लिया। पूछने पर अपना नाम वीरेन्द्र मरावी पिता श्री जगन्नाथ मरावी आ 32 साल निवासी ग्राम कोन्ड्रा पोस्ट विरई डोगरी थाना टिकरिया जिला मण्डला (म.प्र.) का रहने वाला बताया जिसे पुलिस अभिरक्षा मे लिया गया है।
उल्लेखनीय है कि इस हत्या कांड के खुलासे के लिए दौरान विवेचना पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ बहुगुणा के दिशा निर्देश में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर दक्षिण संजय अग्रवाल के नेतृत्व मे एवं नगर पुलिस अधीक्षक संभाग केन्ट शशांक भापुसे के मार्गदर्शन मे टीम गठित की गई थी। आरोपी की गिरफ्तारी में थाना प्रभारी गोराबाजार विजय सिंह परस्ते, सउनि विश्वेश्वर वर्मा, सउनि श्याम लाल सिंह, प्रधान आरक्षक 1349 अखिलेश यादव, प्रधान आरक्षक 237 उर्मिलेश ओझा, आरक्षक 682 हरिराम जंघेला आरक्षक 2252 ओमप्रकाश बघेल, आरक्षक धर्मेन्द्र, आरक्षक रजनीश आरक्षक आशुतोष बघेल, आरक्षक रोहित सिंह, आरक्षक मिथुन यादव, आरक्षक मोहित दुबे, आरक्षक सुमित सिंह, विजय सुरसेल की उल्लेखनीय भूमिका रही।