केजरीवाल को मिला केसीआर का साथ, केंद्र के अध्यादेश के खिलाफ समर्थन जुटा रही AAP
केंद्र के अध्यादेश के खिलाफ आम आदमी पार्टी देशभर में विपक्षी दलों को एक मंच पर लाने की कवायद में जुटी है. इसी सिलसिले में आप के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल विपक्षी नेताओं से मुलाकात कर रहे हैं. मुख्यमंत्री केजरीवाल शनिवार को हैदराबाद में तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव से मुलाकात की. केजरीवाल ने केंद्र सरकार के अध्यादेश के खिलाफ राज्यसभा में वोटिंग करने की मांग की. उनके साथ पंजाब के सीएम भगवंत मान , आप सांसद संजय सिंह और आप सांसद राघव चड्डा भी बैठक में मौजूद रहे. मुलाकात के बाद केसीआर और केजरीवाल ने संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस किया. तेलंगाना के मुख्यमंत्री केसीआर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को यह अध्यादेश वापस लेना चाहिए. हम इसकी मांग करते हैं. यह समय इमरजेंसी के दिनों से भी बदतर है, केंद्र लोकतांत्रिक तरीके से चुनी सरकार को काम करने की अनुमति नहीं दे रहा हा.
मुख्यमंत्री केजरीवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए केंद्र पर जमकर निशाना साधा. आप (केंद्र) ने 8 साल दिल्ली के लोगों को अपंग करके रखा. 8 साल की लड़ाई के बाद 11 मई को सुप्रीम कोर्ट की संवैधानिक बेंच ने 5-0 बहुमत से दिल्ली के लोगों के पक्ष में फैसला सुनाया. आठ साल बाद दिल्ली के लोगों को न्याय मिला था. हमें 8 साल लगा उस नोटिफिकेशन को कैंसिल कराने में लेकिन उसके 8 दिन के अंदर ही सरकार ने अध्यादेश लाकर सुप्रीम कोर्ट के आदेश को निरस्त कर दिया.
बता दें कि 23 मई से केजरीवाल विपक्षी नेताओं को एकजुट करने की मुहिम चला रहा है. केजरीवाल इससे पहले बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, महाराष्ट्र में शिवसेना-यूबीटी के नेता उद्धव ठाकरे, राकांपा नेता शरद पवार से मुलाकात की थी. पवार से मुलाकात के बाद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि शरद पवार ने उन्हें भरोसा दिया है कि जब केंद्र का अध्यादेश राज्यसभा में आएगा तो इस बिल को वहां पास नहीं होने देंगे… ये दिल्ली की लड़ाई नहीं है, ये पूरे संघीय संरचना की लड़ाई है. केजरीवाल को ममता बनर्जी से भी समर्थन प्राप्त हुआ है. ममता ने कहा कि लोकतंत्र बचाने के लिए वह अरविंद केजरीवाल के साथ खड़ी है.