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हैदराबाद में एक इमारत में आग लगने से 9 लोगों की मौत,12 घायल

हैदराबाद। हैदराबाद में सोमवार को एक बहुमंजिला इमारत में भीषण आग लगने की घटना में मरने वालों की संख्या नौ हो गई।

आग ग्राउंड फ्लोर पर रखे केमिकल्सके ड्रम में लगी थी, जो ऊपरी मंजिलों तक फैल गई। यह घटना शहर के बीचोबीच नामपल्ली के बाजार घाट इलाके में हुई। दमकल की चार गाड़ियां मौके पर पहुंचीं और आग पर काबू पाया।

अग्निशमन सेवाओं और आपदा प्रतिक्रिया बल के कर्मियों ने 21 लोगों को बचाया और उन्हें अस्पताल पहुंचाया।

दूसरी मंजिल पर रहने वाले सात लोगों और तीसरी मंजिल पर रहने वाले दो लोगों की दम घुटने से मौत हो गई। धुआं पूरी इमारत में फैल गया था।

अग्नि सुरक्षा निदेशक नागी रेड्डी ने मीडियाकर्मियों को बताया कि बचाए गए लोगों में से 10 बेहोशी की हालत में थे।

उन्होंने कहा कि कूलरों की फाइबर बॉडी बनाने में इस्तेमाल होने वाला केमिकल आवासीय क्षेत्र में इमारत में संग्रहीत किया गया था।

उन्होंने कहा, ”संभावना है कि आग केमिकल के कारण लगी और ऊपरी मंजिल तक फैल गई।” उन्होंने कहा कि आग लगने के कारणों की जांच हो रही है।

पुलिस उपायुक्त वेंकटेश्वरलू ने कहा कि आग एक कार में चिंगारी से लगी। कार की मरम्मत ग्राउंड फ्लोर पर की जा रही थी।

उन्होंने बताया कि प्रारंभिक जांच से पता चलता है कि ऊपरी मंजिलों पर धुआं फैलने से 9 लोगों की दम घुटने से मौत हो गई। पहली, दूसरी और तीसरी मंजिल पर छह फ्लैटों में छह परिवार रहते थे। चौथी मंजिल पर कोई नहीं था।

अधिकारियों का कहना है कि चूंकि इमारत हाई राइज कैटगरी में नहीं आती है, इसलिए इसके पास निर्माण की अनुमति थी। हालांकि, केमिकल अवैध रूप से संग्रहीत किया गया था।

अग्नि सुरक्षा निदेशक ने कहा कि आग कथित तौर पर सुबह 8.30 बजे के आसपास लगी, लेकिन अग्निशमन सेवाओं को सुबह 9.35 बजे कॉल मिली।

इस बीच, नगरपालिका प्रशासन मंत्री के. टी. रामाराव ने शहर मंत्री टी. श्रीनिवास यादव के साथ घटनास्थल का दौरा किया। मंत्री केटीआर ने मारे गए लोगों के परिवारों के लिए 5-5 लाख रुपये के मुआवजे की घोषणा की।

उन्होंने अधिकारियों को सरकारी उस्मानिया अस्पताल में भर्ती घायलों को सर्वोत्तम इलाज सुनिश्चित करने का निर्देश दिया।

केंद्रीय मंत्री और राज्य भाजपा अध्यक्ष जी. किशन रेड्डी, कांग्रेस नेता वी. हनुमंत राव और फ़िरोज़ खान ने घटनास्थल का दौरा किया। उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य सरकार की लापरवाही के कारण ऐसी घटनाएं हो रही हैं।

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