Ayushman Fraud in Jabalpur : एसआईटी ने आयुष्मान योजना गड़बड़ी मामले में डाक्टर दंपती से जेल में की पूछताछ
जबलपुर। सेंट्रल इंडिया किडनी अस्पताल में आयुष्मान योजना के तहत हुई गड़बड़ी की जांच के लिए गठित एसआइटी ने अस्पताल के संचालक डा. अश्विनी पाठक से जेल में पूछताछ की। अस्पताल की संचालक डा. दुहिता पाठक और उसके पति डा. अश्विनी पाठक से एसएआइटी ने कोर्ट के निर्देश पर पूछताछ की। इससे पहले एसआइटी ने कोर्ट में पुलिस रिमांड मांगी थी। डाक्टर ने काफी देर तक डा. दंपती से एसआइटी के सवाल किए। पूछताछ के दौरान एसआईटी के कई ऐसे सवाल थे, जिनका जवाब नहीं मिल सका। माना जा रहा है कि एसआइटी दोबारा जेल में उनसे पूछताछ कर सकती है।
एसआइटी की जांच में सामने आया कि डाक्टर दंपती ने योजना का लाभ लेने के लिए फर्जीवाड़े किए। जांच में खुलासा हुआ कि डाक्टर दंपती ने अस्पताल के ही उन कर्मचारियों को अस्पताल में भर्ती दिखाया, जो आयुष्मान योजना के हितग्राही थे। उन्हें कागजों में भर्ती किया गया। यह फर्जीवाड़ा तब उजागर हुआ, जब एसआइटी ने एक-एक मरीज की जानकारी को बारीकी से जांचा। जांच में चार मरीज ऐसे निकले, जो अस्पताल के ही कर्मचारी थे। उनसे पूछताछ की गई, तो उन्होंने पुलिस के सामने सारे राज खोलकर रख दिए। यह भी बताया कि अस्पताल में उन्हें पांच दिन भर्ती बताया गया था। इसके बाद शासन से जो राशि मिली, उसमें से भी कुछ अंश उन्हें दिया गया था। इतना ही नहीं इन कर्मचारियों को उसी माह अस्पताल से वेतन भी दिया गया। पुलिस ने कर्मचारियों के वेतन के दस्तावेज और उनके अस्पताल में उसी वक्त भर्ती होने के दस्तावेज भी जब्त कर लिए हैं।