लाइफ स्टाइल

नाश्ते और लंच के बीच कितने घंटे का गैप होना चाहिए? जान लीजिए सही फासला

 ब्रेकफास्ट और डिनर को लेकर तो लोगों में काफी चिंता रहती है और उन्हें ये लगता है कि सुबह का ब्रेकफास्ट और रात का डिनर हेल्दी होना चाहिए, लेकिन लंच के बारे में कई बार आप इतने फिक्रमंद नहीं होते. ज्यादातर लोगों के साथ ये भी होता है कि वो वर्क प्रेशर में आकर लंच (Lunch) स्किप कर देते हैं या सही समय पर नहीं खात पाते.

हेल्थ एक्सपर्ट्स निखिल वत्स (Nikhil Vats) के मुताबिक, ये आदत आपको नुकसान पहुंचाती है. हालांकि ये भी है कि अगर आपको भूख नहीं लगी, तो जबरदस्ती न खाएं. ऐसा तब हो सकता है, जब आपने हेवी या देर से ब्रेकफास्ट किया हो. हेल्दी और बैलेंस्ड ब्रेकफास्ट से आपका पेट काफी देर तक भरा हुआ रहता है और 4 से 5 घंटे तक आपके शरीर के भीतर एनर्जी रहती है.

ब्रेकफास्ट के बाद लंच का सही समय

अब ये जानिए कि ब्रेकफास्ट के बाद लंच (Lunch) का सही समय क्या होना चाहिए. एक्स्पर्ट्स के मुताबिक, अगर आपने सुबह 8 बजे ब्रेकफास्ट किया है, तो दोपहर 1 बजे तक लंच  कर लें. वहीं अगर दोपहर 1 बजे लंच नहीं कर रहे तो ये ध्यान रखें कि सुबह 8 बजे ब्रेकफास्ट करने के बाद दोपहर 12 से 2 बजे ​के बीच जब भी भूख लगे, लंच कर लें.

डायटीशियंस के मुताबिक ऐसी स्थिति में जब आपने ब्रेकफास्ट में बहुत कम खाया हो या नाश्ता किया ही न हो, आपको जल्दी भूख लग जाती है. कई बार ये इस दौरान आपके एक्टिविटी लेवल पर भी निर्भर करता है.

अलग-अलग समय पर न खाएं

लंच के लिए एक रूटीन सेट कर लें जिससे आप दिन में अलग-अलग समय पर न खाएं. जैसे लेट मॉर्निंग या दोपहर में समय से पहले. वहीं लंच का निर्धारित समय तभी फॉलो कर सकते हैं जब आप सही पोर्शन में, हर दिन उसी समय पर सुबह का ब्रेकफास्ट करें.

दो Meals के बीच 3 से 5 घंटे का अंतर

दिन भर कुछ न कुछ खाते रहने से बचें. ​जितना संभव हो तय समय पर ही लंच करें. कई रिसर्च के मुताबिक, Meal Frequency का संबंध वेट लॉस, हार्ट हेल्थ और डायबिटीज से है. दो Meals के बीच 3 से 5 घंटे का अंतर रखें. इससे बॉडी को डाइजेशन के लिए पूरा वक्त मिलता है.

लंच स्किप करने से क्या होता है?

अब जानें कि लंच स्किप करने से क्या होता है. रिसर्च के मुताबिक, जो लोग दिनभर कम या न खाकर रात के डिनर में अपना सारा खाना खाने की कोशिश करते हैं, उनका कैलोरी इनटेक ज्यादा होता है. इसलिए लंच को स्किप न ही करें. इससे वजन बढ़ने के साथ स्वास्थ्य से जुड़ी कई दूसरी समस्याएं भी हो सकती हैं.

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