‘हवाई अड्डों पर वॉर रूम, CISF की और ज्यादा होगी तैनाती’, उड़ान में देरी को लेकर ज्योतिरादित्य सिंधिया का ऐलान
नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मंगलवार को कोहरे से संबंधित देरी के मद्देनजर नई मानक संचालन प्रक्रियाएं जारी कीं, जिससे उड़ान में व्यवधान और हवाई अड्डों पर अराजकता हुई। मंत्री ने एक्स पोस्ट पर लिखा कि कोहरे से उत्पन्न व्यवधानों के मद्देनजर, यात्रियों की असुविधा को कम करने के लिए कल सभी एयरलाइनों को मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) जारी की गईं।
1. इन एसओपी के अलावा, हमने सभी 6 मेट्रो हवाई अड्डों के लिए प्रतिदिन तीन बार घटना की रिपोर्टिंग मांगी है।
2. डीजीसीए भारत के निर्देशों, एसओपी और सीएआर के कार्यान्वयन की नियमित रूप से निगरानी और रिपोर्ट की जाएगी।
3. यात्री असुविधा के संबंध में किसी भी मुद्दे का तुरंत समाधान करने के लिए 6 मेट्रो हवाई अड्डों पर हवाई अड्डों और एयरलाइन ऑपरेटरों द्वारा ‘वॉर रूम’ स्थापित किए जाएंगे।
4. चौबीसों घंटे पर्याप्त सीआईएसएफ जनशक्ति की उपलब्धता सुनिश्चित की जाएगी।
5. दिल्ली हवाई अड्डे पर RWY 29L को आज CAT III चालू कर दिया गया है।
6. री-कार्पेटिंग के बाद दिल्ली हवाई अड्डे पर CAT III के रूप में RWY 10/28 का परिचालन भी शुरू किया जाएगा।
सोमवार को, सिंधिया ने एक एक्स पोस्ट में कहा था कि ‘निकट भविष्य में स्थिति को कम करने’ के लिए कदम उठाए जा रहे हैं, साथ ही कहा कि सभी हितधारक कोहरे से संबंधित प्रभाव को कम करने के लिए चौबीसों घंटे काम कर रहे हैं। सिंधिया ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा कि सभी हितधारक कोहरे से संबंधित प्रभाव को कम करने के लिए चौबीसों घंटे काम कर रहे हैं। रविवार को दिल्ली हवाई अड्डे पर इंडिगो के विमान में एक यात्री द्वारा पायलट पर हमला किए जाने की पृष्ठभूमि में मंत्री ने कहा कि खराब व्यवहार अस्वीकार्य है। उन्होंने कहा, खराब व्यवहार की घटनाएं अस्वीकार्य हैं और इससे मौजूदा कानूनी प्रावधानों के अनुरूप सख्ती से निपटा जाएगा।
विमानन नियामक संस्था डीजीसीए ने सोमवार को एयरलाइंस से उड़ान में देरी के संबंध में सटीक वास्तविक समय की जानकारी प्रकाशित करने और हवाई अड्डों पर कोहरे से संबंधित व्यवधानों के बीच यात्रियों के साथ उचित रूप से संवाद करने के लिए हवाई अड्डों पर कर्मचारियों को संवेदनशीलता से पेश आने की जरूरत पर जोर दिया। बड़ी संख्या में उड़ानों में देरी और उनके रद्द होने तथा यात्रियों के मुश्किलों का सामना करने की पृष्ठभूमि में नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) कई मानक संचालन प्रक्रियाएं (एसओपी) लेकर आया है। डीजीसीए ने कहा कि एयरलाइन को अपनी उड़ानों में देरी के संबंध में सटीक वास्तविक समय की जानकारी प्रकाशित करनी चाहिए।