देश

प्रदेश के कई जिलों में भारी बारिश का अलर्ट

भोपाल । आज रविवार को प्रदेश के कई जिलों में भारी बारिश का अलर्ट मौसम विभाग द्वारा जारी किया गया है। रीवा, सागर संभाग के जिलों में कहीं-कहीं भारी वर्षा होने की संभावना है। बाकी संभागों के जिलों में मध्यम स्तर की वर्षा हो सकती है। वर्तमान में कम दबाव का क्षेत्र उत्तर-पूर्वी मध्य प्रदेश से लगे दक्षिण- उत्तर हिस्से पर सक्रिय है। यहां से बिहार राज्य की तरफ बढ़ने की संभावना बन रही है। मानसून द्रोणिका भी इसी मौसम प्रणाली से होकर बंगाल की खाड़ी तक जा रही है। मौसम विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ मौसम विज्ञानी एचएस पांडे ने बताया कि कम दबाव का क्षेत्र कमजोर होकर रविवार को बिहार की तरफ बढ़ सकता है। इसके प्रभाव से रीवा, शहडोल, सागर, ग्वालियर, चंबल, भोपाल, नर्मदापुरम संभाग के जिलों में वर्षा होने की संभावना है। विशेषकर सागर, रीवा संभाग के जिलों में कहीं-कहीं भारी वर्षा भी हो सकती है। इंदौर, उज्जैन एवं जबलपुर संभाग के जिलों में कहीं-कहीं मध्यम स्तर की वर्षा हो सकती है। मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि कम दबाव का क्षेत्र के कमजोर पड़ने के बाद प्रदेश में मानसून की गतिविधियों में कमी आने लगेगी। बादल छंटने से धूप निकलने लगेगी। इससे दिन के तापमान में एक बार फिर बढ़ोतरी होने लगेगी। शनिवार को सुबह साढ़े आठ बजे से शाम साढ़े पांच बजे तक नौगांव में 19 मिमी, गुना में 18, रीवा में 16, सतना में 10, सीधी में नौ, खजुराहो में 5.8, उमरिया में पांच, सागर, नर्मदापुरम और शिवपुरी में तीन, बैतूल में 2.9, जबलपुर में 1.6, दमोह और पचमढ़ी में एक, इंदौर में 0.6, धार में 0.5, उज्जैन में 0.4, भोपाल में 0.3 मिमी वर्षा दर्ज की गई। शुक्रवार-शनिवार की दरमियानी रात प्रदेश में सबसे अधिक 124.2 मिमी वर्षा नौगांव में दर्ज की गई।कटनी के ढीमरखेड़ा क्षेत्र के ग्राम कचनारी से मझगवां के बीच बना पुल बाढ़ में बह गया। करीब 12 गांवों का संपर्क ढीमरखेड़ा से कट गया है। महाकोशल-विंध्य के जिलों में शनिवार को वर्षा थमी रही। नरसिंहपुर में बरगी बांध के गेट खोले जाने से बाढ़ की स्थितियां बनीं। केरपानी गांव टापू बन गया। कटनी में तेज बहाव से एक पुल क्षतिग्रस्त हो गया जिससे कई गांवों का संपर्क टूट गया। मंडला-डिंडौरी और जबलपुर में वर्षा थमने से लोगों ने राहत की सांस ली। सतना जिले में स्थित बकिया बराज डैम के 13 में से 12 गेट खोले गए हैं। नरसिंहपुर के केरपानी में बाढ़ के पानी से 30 से 35 दुकानें और मकान डूब गए। नर्मदा की बाढ़ से जबलपुर-गोटेगांव मार्ग पर झांसीघाट पुल दिनभर डूबा रहा। शाम को पानी उतरा तो आवागमन शुरू हुआ। झिकोली बोरास घाट पुल दिनभर डूबा रहा जिससे सांईखेड़ा-रायसेन मार्ग बंद रहा।

सम्बंधित समाचार

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button