21-22 जून को आपको नहीं दिखाई देगी अपनी परछाई, 13 घंटे का होगा दिन, जानिए क्यों ?
उज्जैन। शहर में 21 एवं 22 जून को दोपहर 12 बजकर 28 मिनट पर सूर्य की किरणें लम्बवत होने के कारण परछाई शून्य हो जाएगी। इस खगोलीय नजारे को दोनों दिन देख सकेंगे। वेधशाला में 22 जून को इस खगोलीय घटना को शकु तंत्र के माध्यम से प्रत्यक्ष दिखाने की व्यवस्था की गई है। हमें 12 बजकर 28 मिनट पर शकु की परछाई नहीं दिखाई देगी। 22 जून को सूर्य अपने अधिकतम उत्तरी बिन्दु कर्क रेखा पर होने के कारण उत्तरी गोलार्द्ध में दिन सबसे बड़ा तथा रात्रि सबसे छोटी होती है।
23 सितंबर को बराबर होंगे दिन-रात
22 जून को उज्जैन में सूर्योदय प्रात: 5.42 पर तथा सूर्यास्त सायं 7.16 पर होगा। दिन सबसे बड़ा 13 घंटे 34 मिनट तथा रात्रि 10 घंटे 26 मिनट की होगी। 22 के बाद सूर्य की गति दक्षिण की ओर दृष्टिगोचर होगी, इसे दक्षिणायन का प्रारम्भ कहते हैं। 22 जून के बाद दिन छोटे होने लगेंगे तथा 23 सितंबर को दिन-रात बराबर होंगे।
इस दिन उत्तरी गोलार्द्ध में मौजूद सभी देशों में दिन अधिकतम बड़े, रातें अधिकतम छोटी रहती हैं। इस कारण भयंकर गर्मी रहती है। इस के उलट दक्षिणी गोलार्द्ध में रातें अधिकतम बड़ी, दिन अधिकतम छोटे होने के साथ उन देशों में सर्दी ज्यादा होती है। 21 जून के बाद दिन धीरे-धीरे छोटे होते-होते 9 घंटे 36 मिनट के और रातें बड़ी होते-होते 14 घंटे 24 मिनट तक हो जाएंगी। 22 दिसम्बर को सबसे बड़ी रात और दिन सबसे छोटा रहता है। 23 सितम्बर को पृथ्वी की भूमध्य रेखा बिल्कुल सूर्य के सामने पड़ती है, जिससे दिन और रात बराबर होते हैं।