जन्म लेते ही ये बेटी होंगी 50,000 की मालकिन, यूपी सरकार करेगी आर्थिक मदद
नई दिल्ली : Bhagya Lakshmi Scheme: बेटी का जन्म अब किसी के लिए भी अभिशॅाप नहीं बनेगा. खेल के मैदान से लेकर देश की राजनीति तक में बेटियों में अमिट छाप छोड़ी है. लेकिन उसके बावजूद भी कुछ लोग लिंग परीक्षण कराकर बेटियों को पेट में मारने का पाप कर देते हैं. ऐसे लोगों की मानसिकता को भांपते हुए उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने भाग्य लक्ष्मी योजना के नाम से स्कीम शुरू की है. जिसमें बेटी के जन्म लेते हुए उस सरकार की और से आर्थिक मदद दी जाएगी. यही नहीं बेटी की पढ़ाई-लिखाई की जिम्मेदारी भी सरकार लेने के लिए अग्रसर है. आइये जानते हैं योजना के बारे में ज्यादा जानकारी..
क्या है भाग्य लक्ष्मी योजना?
दरअसल, भाग्य लक्ष्मी योजना उत्तर प्रदेश में पहले से ही संचालित है. यह स्कीम बेटियों के घटते हुए लिंगानुपात को सामान्य करने के उद्देश्य से शुरू की थी. साथ ही भाग्य लक्ष्मी योजना गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले परिवारों को लिए डिजाइन की गई थी. बीपीएल कार्ड धारकों को बेटी के जन्म से ही ये योजना एक्टिव हो जाती है और 21 साल की उम्र में मेच्योर हो जाती है. सबसे पहले बेटी के जन्म लेते ही मां को बेटी के लिए 5100 रुपए दिए जाते हैं. इसके बाद जीवन के अन्य महत्वपूर्ण पड़ाव पर पैसा खाते में जमा होता रहता है…
कैसे करें रजिस्ट्रेशन ?
अगर आप योजना के लिए पात्र हैं तो सबसे पहले अपने नजदीकी कॉमन सर्विस सेंटर सेंटर यानी ई-मित्र सेंटर में जाना होगा. भाग्य लक्ष्मी योजना में रजिस्ट्रेशन के लिए आपको कोई शुल्क नहीं देना है. रजिस्ट्रेशन बिल्कुल निशुल्क है. डॅाक्यूमेंट्स की अगर बात करें तो आपके पास यूपी का निवास प्रमाण पत्र, बेटी का जन्म प्रमाण पत्र, माता-पिता का आधार कार्ड, आय प्रमाण पत्र, घर के पते का प्रूफ, बैंक अकाउंट डिटेल्स होना अनिवार्य है.
ऐसे आएंगे खाते में पैसे
बिटिया का जन्म होते ही सरकार आपको कुल 50,000 रुपए बॅांड देगी. ये बॅांड बेटी के 21 साल के होने पर 2 लाख रुपए हो जाता है. बेटी के जन्म पर उसकी परवरिस के लिए 5100 रुपए मां को अलग से दिये जाते हैं. बेटी जैसे ही कक्षा 6 में पहुंचेगी तो उसके खाते में 3000 रुपए भेजे जाएंगे. 8वीं में पहुंचने पर 5000 रुपए, 10वीं में पहुंचने पर 7 हजार रुपए, 12वीं में पहुंचने पर 8 हजार खाते में क्रे़डिट किये जाते हैं.