सीएम शिवराज ने कहा- कॉलेजों में पदस्थ अतिथि विद्वानों को मिलेगा 50 हजार रुपए मासिक वेतन
भोपाल। सीएम शिवराज ने अतिथि विद्वानों एवं अतिथि व्याख्याताओं की पंचायत में बड़ी घोषनाएं की हैं। सीएम आवास पर आयोजित पंचायत में कहा कि हमारे अतिथि विद्वान और अतिथि व्याख्याता भी वही सामान्य योग्यता रखते हैं जो लेक्चरर, प्रोफेसर्स और व्याख्याता रखते हैं।
इसिलए हमने तय किया कि आपकी सारी अनिश्चितता को खत्म किया जाना चाहिए। बता दें कि प्रदेश के शासकीय महाविद्यालयों में पिछले 20 वर्षों से कार्यरत अतिथि विद्वान लंबे समय से नियमितिकरण और सेवा शर्तों में सुधार की मांग कर रहे थें।
सीएम शिवराज ने की घोषणा
सीएम शिवराज ने कहा कि सभी शासकीय महाविद्यालय में कार्यरत अतिथि विद्वानों को अब कार्य दिवस की बजाय सीधे-सीधे मासिक वेतन प्रदान किया जाएगा। सीएम ने कहा अतिथि विद्वानों को दिया जाने वालो पचास हजार रुपए तक का होगा।
सीएम ने आगे इनमें तकनीकी शिक्षा विभाग के अंतर्गत अतिथि व्याख्याता भी शामिल हैं। शासकीय सेवकों के समान आपको अवकाश की सुविधा भी दी जाएगी। एक अकादमिक सत्र में अपने महाविद्यालय के स्थान पर आपके मनचाहे महाविद्यालय में ट्रांसफर की सुविधा भी दी जाएगी।
फालएन आउट अतिथि विद्वानों को फिर से मिलेगा मौका
इस मौके पर सीएम शिवराज ने कहा कि वह फालएन आउट को इन करेंगे। यानी अब इन अतिथि विद्वानों को भी रिक्त पदों पर आमंत्रण दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि यूजीसी की गाइडलाइन के कारण कुछ परेशानियां हैं इनको भी दूर करने का प्रयास किया जा रहा है।
पीएससी में मिलेगा 25 प्रतिशत आरक्षण
सीएन ने कहा कि हम अतिथि विद्वानों और व्याख्याताओं के लिए एक अहम संशोधन करने जा रहे हैं। इसके मुताबिक, मैं अतिथि विद्वानों और व्याख्याताओं के लिए पीएससी में संशोधन कराकर 25 प्रतिशत आरक्षण पद आरक्षित करूंगा। इसमें कुछ बदलाव किए जाएंगे जिनके मैं निर्देश जारी करुगां। वहीं पीएससी में सीएम ने 10 प्रतिशत अंक बोनस के रुप में भी देने की घोषणा की है।
अतिथि विद्वान नहीं होंगे नौकरी से बाहर
सीएम ने आगे कहा कि अब किसी भी अतिथि विद्वान को नौकरी से नहीं निकाला जाएगा। इतना बड़ा प्रदेश है हमारा साढ़े चार हजार लोगों ये अपने दिल में ही समा लेगा। इसिलिए हम नई व्यवस्था करने जो रहे हैं जिससे अतिथि विद्वानों के फालएन आउट की नौबत ही नहीं आएगी।
सीएम ने कहा कि वह ये सभी प्रवाधान आईआईटी अतिथि विद्वानों पर भी लागू होते हैं। साथ ही अब से अतिथि प्रवक्ता को भी 14 से बढ़ाकर 20 हजार रुपए मानदेय दिया जाएगा।