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इंटरपोल संपर्क अफसरों की वर्कशॉप : ट्रीटी और प्रत्यर्पण में सहयोग के लिए पोर्टल तैयार, जानकारों को देंगे प्रशिक्षण

नई दिल्ली। केंद्रीय गृह सचिव अजय कुमार भल्ला ने एमएलएटी/एलआर/प्रत्यर्पण पर इंटरपोल संपर्क अधिकारियों की कार्यशाला का नई दिल्ली में उद्घाटन किया। सीबीआई द्वारा “एलआर/एमएलएटी और प्रत्यर्पण मामले” विषय पर आयोजित इंटरपोल संपर्क अधिकारियों की कार्यशाला में राज्यों, केंद्रशासित प्रदेशों के इंटरपोल संपर्क अधिकारियों (आईएलओ), अन्य कानून प्रवर्तन एजेंसियों (एलईए) और सीबीआई के अधिकारियों सहित प्रतिभागियों ने भाग लिया।

इस मौके पर गृह सचिव भल्ला ने कहा कि कहा कि केंद्रीय गृह मंत्रालय ने म्यूचुअल लीगल असिस्टेंट ट्रीटी (MLAT) / लेटर रोगेटरी (LR) अनुरोधों पर एक नया ऑनलाइन पोर्टल तैयार किया है। इसका उपयोग जरूरत पड़ने पर कर सहायता का आश्वासन दिया जा सकता है। ट्रांसनेशनल फुट प्रिंट वाले अपराधों के संबंध में प्रभावी कानून प्रवर्तन के लिए, भल्ला ने कानून प्रवर्तन श्रृंखला में कर्मियों को एलआर और एमएलएटी पर प्रशिक्षण देने की आवश्यकता पर जोर दिया।

केंद्रीय गृह सचिव ने जोर देकर कहा कि कानूनी सहायता के लिए अन्य देशों के अनुरोध को भी में प्राथमिकता पर माना जाना चाहिए। उन्होंने आपराधिक मामलों में सहायता के लिए अंतर्राष्ट्रीय सहयोग चैनलों की प्रभावकारिता में सुधार के लिए प्रतिक्रिया और व्यावहारिक सुझाव आमंत्रित किए। कार्यशाला में इंटरपोल नोटिसों का उपयोग करने और अपराध पर ध्यान केंद्रित करने वाले अनुरोधों का मसौदा तैयार करने पर भी ध्यान केंद्रित किया गया।

इस एक दिवसीय कार्यशाला में “एमएलए/एलआर के दिशा-निर्देशों की प्रस्तुति और एलआर/एमएलए अनुरोधों के प्रारूपण के प्रक्रियात्मक पहलुओं” विषय पर विचार-विमर्श किया गया। नए एमएलए/एलआर पोर्टल पर प्रस्तुति, प्रत्यर्पण दिशानिर्देशों पर प्रस्तुति और प्रत्यर्पण अनुरोधों के प्रारूपण के प्रक्रियात्मक पहलू; इंटरपोल के माध्यम से अनौपचारिक सहयोग और इंटरपोल मामलों के लिए अनुरोध करते समय किन बातों को ध्यान में रखा जाना चाहिए।

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