गणतंत्र दिवस : 90 डिग्री एंगल से उड़ान भरकर रोमांचित करेगा राफेल
इस बार गणतंत्र दिवस परेड समारोह में अनेक बातें पहली बार होंगी। कर्तव्य पथ पर अधिकतर साजो-सामान स्वदेशी होगा।
परेड इस बार सुबह साढ़े 10 बजे से शुरू होगी। परेड में केवल 45 हजार दर्शकों के बैठने की व्यवस्था की गई है, जबकि कोविड से पहले सवा लाख दर्शक राजपथ के आसपास एकत्र होते हैं। इस बार विजय चौक पर बीटिंग द रिट्रीट भी लगातार तीन दिन होगा। तीनों सेनाओं की धुनें स्वदेशी होंगीं। अंग्रेजों के जमाने की धुनें हटा दी गई हैं। कर्तव्य पथ पर समारोह का मुख्य आकषर्ण वर्टिकल चार्ली राफेल लड़ाकू जहाज होगा। यह जहाज 90 डिग्री पर आसमान को चीरता हुआ प्रवेश करता है तो रोंगटे खड़ा कर देता है।
इस गणतंत्र दिवस के 23 जनवरी से ही समारोह शुरू हो जाएंगे। 23 जनवरी नेताजी सुभाष चंद बोस की जयंती के साथ ही गणतंत्र दिवस की फुल ड्रेस रिहर्सल होगी। शाम को जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम में मिलिट्री टैटू और आदिवासी नृत्य का आयोजन किया जाएगा। समारोहों का सिलसिला 29 जनवरी तक रहेगा, जिस दिन बीटिंग द रिट्रीट के साथ समारोह का समापन होगा।
अभी तक व्यवस्था के अनुसार 26 जनवरी की परेड के बाद 28 जनवरी को एनसीसी परेड और 29 जनवरी को विजय चौक पर बीटिंग द रिट्रीट होती थी। अब 27 व 28 जनवरी को भी विजय चौक पर बीटिंग द रिट्रीट होगा और तीनों सेनाएं स्वदेशी धुनों पर आम जनता को मंत्रमुग्ध करेंगी। बीटिंग द रिट्रीट की परम्परा युद्ध की समापन की घोषणा होती थी। रक्षा मंत्रालय के सचिव ने बताया कि इस बार 45 हजार दर्शकों को आमंत्रित किया जाएगा, जिसमें 12000 को निमंत्रण पत्र के जरिए बुलाया जाएगा, जबकि 32000 टिकट बेचे जाएंगे। इसी तरह बीटिंग द रिट्रीट के लिए भी 1200 टिकट बेचे जाएंगे।
परेड में कुल 126 टुकड़ियां शामिल होंगी। 17 राज्यों समेत कुल 28 झांकी परेड में शामिल होंगी। समारोह का रोमांच वायु सेना का फ्लाइपास्ट रहेगा। इस बार नौसेना के आईएल-38 समेत कुल 50 विमान हिस्सा लेंगे। नौसेना के आईएल-38 विमान को इस बार संभवत: पहली और अंतिम बार प्रदर्शित किया जाएगा। वायुसेना के ग्रुप कैप्टन इंद्रानिल नंदी ने बताया कि इन 50 विमानों में चार विमान थलसेना के भी शामिल होंगे। वायु सेना के मार्च पास्ट का नेतृत्वंिवंग कमांड सिंधु रेड्डी करेंगी।