रांची में अचानक प्रकट हुए CM हेमंत सोरेन, सत्तारूढ़ गठबंधन के विधायकों के साथ की बैठक
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन कई घंटों तक उनके पते ठिकाने को लेकर बने असमंजस के बीच रांची में अपने आधिकारिक आवास पहुंचे गए हैं जहां वह राज्य की मौजूदा राजनीतिक स्थिति पर सत्तारूढ़ गठबंधन के विधायकों की बैठक की अध्यक्षता की।
नके साथ सीएम सिक्योरिटी का कारकेड भी था। सोरेन ने गाड़ी के हाथ निकालकर मीडियाकर्मियों का अभिवादन किया।
बताया जा रहा है कि वे सोमवार देर रात ही रांची पहुंच गए थे और किसी अज्ञात ठिकाने पर थे। सीएम के अपने आवास पर पहुंचने के साथ ही उनके रहस्यमय तरीके से लापता होने की खबरों पर विराम लग गया है।
ईडी सोमवार सुबह से उनकी तलाश में दबिश दे रही थी। उनकी गिरफ्तारी की आशंका जताई जा रही है।
सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर साझा की गई तस्वीरों और वीडियो में बड़ी संख्या में विधायक और मंत्री बैठक में हिस्सा लेने से पहले सोरेन का अभिवादन करते नजर आए। बैठक में मुख्यमंत्री की पत्नी कल्पना सोरेन भी मौजूद रहीं।
झारखंड में झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेतृत्व वाले सत्तारूढ़ गठबंधन के सभी विधायकों को राज्य की राजधानी नहीं छोड़ने और बैठक में भाग लेने के लिए कहा गया था।
एक विधायक ने कहा कि यह बैठक मौजूदा राजनीतिक स्थिति और बुधवार को मुख्यमंत्री से प्रवर्तन निदेशालय की प्रस्तावित पूछताछ के बारे में रणनीतियों पर चर्चा करने के लिए बुलाई गई थी।
सोरेन ने प्रवर्तन निदेशालय को ईमेल भेजकर सूचित किया था कि वह बुधवार को दोपहर एक बजे अपने आवास पर अपना बयान दर्ज कराने के लिए तैयार हैं।
प्रवर्तन निदेशालय की एक टीम कथित भूमि धोखाधड़ी मामले से जुड़े धनशोधन के एक मामले की जांच के संबंध में पूछताछ करने के लिए सोमवार को सोरेन के दक्षिण दिल्ली स्थित 5/1 शांति निकेतन आवास पहुंची और 13 घंटे से अधिक समय तक वहां डेरा डाले रही। इस दौरान उन्होंने परिसर की तलाशी ली।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि प्रवर्तन निदेशालय ने सोरेन के दिल्ली स्थित आवास की तलाशी के बाद 36 लाख रुपये, एक एसयूवी और कुछ ‘‘आपत्तिजनक’’ दस्तावेज जब्त किए हैं।
गौरतलब है कि सीएम के 24 घंटे से ज्यादा समय से गायब रहने की खबरों के बीच राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने मंगलवार को दिन में 11.30 बजे राज्य के होम सेक्रेटरी अविनाश कुमार, डीजीपी अजय कुमार और चीफ सेक्रेटरी एल ख्यांग्ते को राजभवन तलब किया था। राज्यपाल ने उनसे कानून-व्यवस्था की स्थिति पर जानकारी ली थी।
राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने सोमवार को भी कहा था कि अगर सीएम आज ईडी को जवाब नहीं दे रहे हैं, तो उन्हें कल जवाब देना ही होगा। एक सच्चे नागरिक के रूप में हमें इसका पालन करना चाहिए। उन्होंने कानून व्यवस्था की स्थिति के बारे में कहा कि मैं पहले भी इस बारे में चिंता व्यक्त कर चुका हूं।
दूसरी तरफ, बीजेपी के सांसद निशिकांत दुबे ने राज्यपाल से अपील की है कि वे धारा 355 के तहत राज्य की स्थिति के बारे में केंद्र को रिपोर्ट भेजें।
गौरतलब है कि सीएम हेमंत सोरेन 27 जनवरी की शाम चार्टर्ड प्लेन से दिल्ली गए थे। वह 28 जनवरी की रात करीब 11 बजे तक दिल्ली में शांति निकेतन स्थित अपने आवास पर थे। इसके बाद से वह कहां गए, इस बारे में सियासी गलियारों में तरह-तरह की चर्चा चल रही थी।
ईडी ने 29 जनवरी को सुबह से लेकर देर रात तक सीएम की तलाश में उनके दिल्ली स्थित आवास सहित कई ठिकानों पर दबिश दी, लेकिन वह नहीं मिले थे। हालांकि 29 जनवरी की दोपहर उन्होंने ईडी को मेल भेजकर सूचित किया था कि वह 31 जनवरी को दिन के एक बजे अपना बयान दर्ज कराने के लिए उपलब्ध होंगे।