Vande Bharat: पीएम मोदी ने गहलोत पर ली चुटकी, तो लालू पर कसा तंज, बोले- रेलवे को राजनीति का अखाड़ा बनाया
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को अजमेर टू दिल्ली कैंट वंदे भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाई। इस मौके पर पीएम मोदी ने इशारों-इशारों में आरजेडी सुप्रीमो और प्रूर्व रेलमंत्री लालू प्रसाद यादव पर तंज कसा तो राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को निशाने पर लिया।
पीएम मोदी बुधवार को अजमेर-दिल्ली कैंट वंदे भारत एक्सप्रेस के उद्घाटन कार्यक्रम को दिल्ली से ‘वर्चुअल’ माध्यम से संबोधित कर रहे थे। उन्होंने देश की 15वीं और राजस्थान की पहली वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पूर्ववर्ती सरकारों के कार्यकाल में रेलवे भर्तियों में ‘राजनीति व भ्रष्टाचार’ होने का आरोप लगाते हुए बुधवार को कहा कि यह देश का दुर्भाग्य है कि रेलवे को राजनीति का अखाड़ा बना दिया गया था। मोदी ने कहा कि रेलवे में हालात 2014 के बाद बदलने शुरू हुए जब देश के लोगों ने केंद्र में स्थिर सरकार बनवाई। उन्होंने कहा कि भारतीय रेलवे का कायाकल्प होते देखकर आज हर भारतवासी गर्व से भरा हुआ है।
इस अवसर पर मोदी ने रेलवे में राजनीति को लेकर पूर्ववर्ती सरकारों पर निशाना साधा। मोदी ने कहा, ‘‘यह हमारे देश का दुर्भाग्य रहा है कि रेलवे जैसी महत्वपूर्ण व्यवस्था, जो सामान्य मानवीय जीवन का इतना बड़ा हिस्सा है, उसे भी राजनीति का अखाड़ा बना दिया गया था। आजादी के बाद भारत को एक बड़ा रेलवे नेटवर्क मिला था। लेकिन रेलवे के आधुनिकीकरण पर हमेशा राजनीतिक स्वार्थ हावी रहा।’’
उन्होंने कहा कि राजनीतिक स्वार्थ से तय किया जाता था कि कौन रेल मंत्री बनेगा कौन नहीं बनेगा, कौन सी ट्रेन किस स्टेशन पर चलेगी। उन्होंने कहा कि राजनीतिक स्वार्थ ने ही बजट में ऐसी-ऐसी ट्रेनों की घोषणा करवाई जो कभी चली ही नहीं।
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘हालत यह थी कि रेलवे की भर्तियों में राजनीति होती थी, बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार होता था। गरीब की जमीन छीन कर उन्हें रेलवे में नौकरी का झांसा दिया गया। रेलवे की सुरक्षा… स्वच्छता रेलवे प्लेटफार्म की स्वच्छता सबकुछ को नजरअंदाज कर दिया गया था।’’
उन्होंने कहा कि केंद्र में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत सरकार आने के बाद हालात बदले। मोदी ने कहा, ‘‘इन सारी परिस्थितियों में बदलाव वर्ष 2014 के बाद आना शुरू हुआ है जब देश के लोगों ने स्थिर सरकार, पूर्ण बहुमत वाली सरकार बनवाई। जब सरकार पर राजनीतिक सौदेबाजी का दबाव हटा तो रेलवे ने भी चैन की सांस ली और नई ऊंचाई पाने के लिए दौड़ पड़ी। आज हर भारतवासी, भारतीय रेलवे का कायाकल्प होते देखकर गर्व से भरा हुआ है।’’
उन्होंने कहा कि अजमेर-दिल्ली कैंट वंदे भारत एक्सप्रेस से जयपुर-दिल्ली आना जाना और आसान हो जाएगा और यह ट्रेन राजस्थान के पर्यटन उद्योग को भी बहुत मदद करेगी। मोदी ने कहा कि बीते दो महीने में यह छठी वंदे भारत एक्सप्रेस है जिसे वे हरी झंडी दिखाकर रवाना कर रहे हैं।
मोदी ने कहा, ‘‘जब से ये आधुनिक ट्रेनें शुरू हुई हैं तब से करीब 60 लाख लोग इनमें सफर कर चुके हैं। तेज रफ्तार इनकी सबसे बड़ी विशेषता है। यात्रियों का समय बचता है।’’
प्रधानमंत्री ने कहा ‘‘ ‘वंदे भारत एक्सप्रेस’ इंडिया की ‘फर्स्ट ऑलवेज फर्स्ट’ की भावना को समृद्ध करती है। मुझे खुशी है कि वंदे भारत ट्रेन आज विकास, आधुनिकता, स्थिरता और आत्मनिर्भरता का पर्याय बन चुकी है। आज की वंदे भारत की यात्रा, कल हमें विकसित भारत की यात्रा की ओर ले जाएगी।’’
मोदी ने गहलोत का आभार जताया, ली चुटकी
मोदी ने बुधवार को राजस्थान में सत्तारूढ़ कांग्रेस में जारी राजनीतिक खींचतान की ओर इशारा किया और रेलवे के कार्यक्रम में आने के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का आभार
जताया।
रेल मंत्री व रेलवे बोर्ड के चेयरमैन, दोनों के ही राजस्थान से होने का जिक्र करते हुए मोदी ने कहा, “और मैं गहलोत जी से कहना चाहता हूं कि आपके तो दोनों हाथों में लड्डू हैं … रेल मंत्री राजस्थान के हैं और रेलवे बोर्ड के चेयरमैन भी राजस्थान के हैं।”
उन्होंने आगे कहा, “जो काम आजादी के तुरंत बाद होना चाहिए था, वो अब तक नहीं हो पाया… लेकिन आपका मुझ पर इतना भरोसा है कि आज आपने वो काम भी मेरे सामने रखे हैं। आप का यह विश्वास है… यही मित्रता की सच्ची ताकत है। और एक मित्र के नाते आप जो भरोसा रखते हैं, उसके लिए मैं आपका बहुत आभार व्यक्त करता हूं।”
इससे पहले, अपने संबोधन की शुरुआत में प्रधानमंत्री ने गहलोत के लिए ‘राजस्थान के मुख्यमंत्री, मेरे मित्र’ शब्द का इस्तेमाल किया।
वहीं, गहलोत ने अपने संबोधन में राजस्थान में रेलवे से जुड़ी मांगें रखीं। उन्होंने कहा, “रेल मंत्री जी हमारे अपने ही हैं, राजस्थान के हैं। आजादी के बाद पहली बार राजस्थान का कोई व्यक्ति रेल मंत्री बना है। मैंने देखा है कि जिस राज्य का मंत्री बनता है, वह कम से कम रेलवे में तो अपने राज्य का ध्यान रखता ही है। मैं उम्मीद करता हूं कि अश्विनी वैष्णव जी जो मेरे क्षेत्र जोधपुर में पढ़े हैं, रहने वाले पाली के हैं… वह बिना संकोच आप (मोदी) से बात कर लेंगे कि राजस्थान में अधिक से अधिक काम कैसे हो।”
इस अवसर पर जयपुर में आयोजित कार्यक्रम में राज्यपाल कलराज मिश्र, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव भी मौजूद थे।