एलजी के 97 करोड़ रुपये वसूलने के आदेश पर आप बोली, पहले भाजपा दे 22,000 करोड़ रुपये
नई दिल्ली | दिल्ली के उपराज्यपाल वी.के. सक्सेना ने मुख्य सचिव को राजनीतिक विज्ञापनों के लिए आम आदमी पार्टी (आप) से 97 करोड़ रुपये वसूलने का निर्देश दिया, जिसे उसने मंगलवार को सरकारी विज्ञापन के रूप में प्रकाशित किया, आप ने कहा कि पहले भाजपा 22,000 करोड़ रुपये दे, तब हम भी राशि का भुगतान कर देंगे। आप विधायक सौरभ भारद्वाज ने मंगलवार को मीडिया को संबोधित करते हुए कहा, “भाजपा की विभिन्न राज्य सरकारों ने विज्ञापन जारी किए, जो यहां दिल्ली के अखबारों में प्रकाशित हुए हैं। हम पूछना चाहते हैं कि विज्ञापनों पर भाजपा द्वारा खर्च किए गए 22,000 करोड़ रुपये उनसे कब वसूल किए जाएंगे? जिस दिन उनसे पैसा वसूल हो जाएगा, हम भी 97 करोड़ रुपये दे देंगे।”
उन्होंने कहा, “अब उन्हें (भाजपा को) बताना है कि बाहर के विज्ञापन दिल्ली में क्यों प्रकाशित किए जा रहे हैं। दिल्ली के एक महीने के अखबारों पर नजर डालें तो कोई भाजपा शासित प्रदेश ऐसा नहीं है, जिसका दिल्ली में विज्ञापन न छपा हो। हरियाणा सरकार की परशुराम जयंती, गोवा की स्वास्थ्य सेवा, सबका विज्ञापन दिल्ली में प्रकाशित किया जा रहा है।”
भारद्वाज ने कहा, “हमने अनुमान लगाया है कि भाजपा शासित राज्यों ने अन्य राज्यों के अखबारों में विज्ञापन छपवाने पर 22,000 करोड़ रुपये खर्च किए हैं। पहले वे 22,000 करोड़ रुपये दे दें, फिर हम भी 97 करोड़ रुपये देंगे।”
आप विधायक ने राजनीतिक विज्ञापनों के लिए आम आदमी पार्टी से 97 करोड़ रुपये वसूलने के एलजी सक्सेना के आदेश की वैधता पर भी सवाल उठाया। भारद्वाज ने इसे ‘नया प्रेमपत्र’ बताते हुए कहा कि उपराज्यपाल के पास इस तरह के आदेश जारी करने की शक्ति नहीं है।
आप नेता ने दावा किया, “एलजी साहब सब कुछ भाजपा के इशारे पर कर रहे हैं और इससे दिल्ली की जनता परेशान होती है।”
उन्होंने कहा, “एलजी को कानून की कोई समझ नहीं है। जिन मुद्दों को सालों पहले सुलझा लिया गया था, उन्हें सिर्फ सुर्खियों के लिए फिर से उठाया जा रहा है।