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ओएफके में प्राइवेट फायरमेन की हड़ताल, लगाया आरोप ठेकेदार डकार रहा उनके पैसे

आयुध निर्माणी खमरिया (OFK) में आज 6 जनवरी की सुबह फायर ब्रिगेड के प्राइवेट कर्मी अचानक हड़ताल पर चले गए। फायरमेन ने ठेकेदार पर गंभीर आरोप लगाते हुए निर्माणी के अंदर प्रवेश करने से इंकार कर दिया।

उत्पादन के पीक ऑवर में फायरमेन के अचानक हड़ताल पर चले जाने से प्रबंधन तत्काल एक्शन में आ गया। आनन – फानन में ठेकेदार को तलब किया गया।

लेकिन हड़ताल पर बैठे फायरमेन का कहना था कि जब तक ठेकेदार उनके भुगतान के मामले में ठोस कदम नहीं उठाता वे काम पर नहीं लौंटेगें। जिसके बाद ओएफके प्रबंधन ने ठेकेदार पर सख्त कार्रवाई करने का मन भी बना लिया है।

दरअसल, भारतीय सेना सहित देश-विदेश की अन्य सुरक्षा ऐजेंसियों को घातक गोला बारूद देने वाली ओएफके के फायर ब्रिगेड अमले में करीब 40 फायरमेन निजी फर्म के हैं। मतलब ठेका व्यवस्था के तहत फायरमेन को रखा गया है। हड़ताल फायरमेन का ऐसा आरोप है कि निर्माणी से जो वेतन निर्धारित किया गया है, उतना ठेकेदार द्वारा उन्हें नहीं दिया जा रहा है,वहीं पीएफ राशि भी कम जमा की जा रही है।

कई बार ठेकेदार से पूरा भुगतान करने की मांग करने बाद भी जब कोई सुनवाई नहीं हुई तो उन्हें मजबूरन हड़ताल पर जाना पड़ा है।बताया जाता है कि फायरमेन को प्रतिदिन 500 रूपए एवं पीएफ का 2300 रूपए जमा करने का प्रावधान है। लेकिन फायरमेन को प्रतिदिन का 450 रूपए और पीएफ खाते में 18 सौ रूपए जमा किए जा रहे हैं। बात साफ है कि शेष राशि को ठेकेदार डकार रहा है।

सुरक्षा के लिहाज से गंभीर मामला —
ओएफके में घातक गोला – बारूद बनाया जाता है। इस लिहाज से फायर ब्रिगेड को 24 घंटे अलर्ट रखा जाता है, क्योंकि किसी भी समय कोई हादसा हो सकता है। लेकिन फायरमेन के हड़ताल पर जाने से सुरक्षा और निमयानुसार उत्पादन नहीं हो सकता है। बात साफ है कि जल्द इस विवाद का निपटारा नहीं हुआ तो उत्पादन कार्य भी ठप हो जाएगा।

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