कमलनाथ ने महू मामले में पुलिस की कार्रवाई पर उठाए सवाल, आज जाएंगे मृतक के घर
मध्यप्रदेश के महू में आदिवासी युवती की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत और उसके बाद हुए प्रदर्शन के दौरान पुलिस की गोली से मारे गए युवक के मामले में सियासत भी गरमा गई है। पूर्व मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रमुख कमलनाथ ने युवती के रिश्तेदारों और मारे गए युवक पर धारा 307 के तहत मामला दर्ज करने पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि पीड़ित परिवार के खिलाफ ही 307 का मामला दर्ज किया गया है। कमलनाथ खुद शनिवार को पुलिस फायरिंग में मारे गए युवक के घर जाएंगे।
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि जिस लड़की की हत्या हुई या फिर उसका सुसाइड हुआ। उसके परिवार के खिलाफ 307 का मामला दर्ज किया गया। मृतक युवक के खिलाफ भी केस दर्ज किया गया। मृतक के परिजन कोई बयान नहीं दे पाए, इसलिए उन पर दबाव बनाने की कोशिश की गई है। स्पष्ट है कि फरियादी पर ही पुलिस ने एफआईआर की है। इस तरह से भाजपा ने इंसाफ किया है। कमलनाथ ने सीबीआई जांच की मांग को लेकर कहा कि कोई भी जांच होगा तो नतीजा निकलकर आना चाहिए।
थाने पर बलवा हुआ है
पीड़ित परिवार पर एफआईआर को लेकर मीडिया के सवाल पर गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि थाने पर बलवा हुआ था। थाने पर पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। उस तरीके की धारा लगी होगी। मैंने अभी देखी नहीं है। कांग्रेस का स्वभाव रहा है कि वह हर घटना का राजनीतिकरण करने की कोशिश करती है। सीबीआई जांच की मांग उठ रही है तो मैं पूछना चाहता हूं कि कमलनाथ ने पांढुर्ना मामले में क्या सीबीआई जांच कराई थी?
क्या है मामला
महू में लिव-इन में रह रही एक आदिवासी युवती की मौत हो गई। इसके बाद समाज के लोगों ने हत्या का केस दर्ज करने थाने का घेराव किया। यहां पुलिस ने उन्हें भगा दिया। इसके बाद बड़ी संख्या में लोग थाने पहुंचे। उग्र भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया। आंसू गैस के गोले छोड़े। गोलियां चलाई। इसमें एक युवक की मौत हो गई थी।