मासूम से हैवानियत पर लापरवाही बरतने वाले टीआई लाइन अटैच, थाने में बैठाकर चुप रहने की दे रहे थे सलाह
जबलपुर के घमापुर थानातंर्गत तीन वर्षीय बच्ची के साथ पड़ोसी युवक द्वारा की गई दरिंदगी के प्रयास के मामले में संबंधित थाना पुलिस की कार्रवाई कटघरे में है। दरअसल पुलिस घंटों पीड़ितों को थाने में बैठाकर चुप रहने की सलाह देती रही। शाम से लेकर रात हो गई। इसके बाद कांग्रेसियो ने मोर्चा खोल दिया। इसके बाद देर रात एफआईआर दर्ज की गई। मामले की शिकायत उच्चाधिकारियों तक पहुंची। इसके बाद आनन-फानन में आरोपी कल्लू चौधरी को हिरासत में लिया गया। वहीं एसपी आदित्य प्रताप सिंह ने घमापुर टीआई प्रमोद साहू को तत्काल लाइन अटैच कर दिया।
प्राप्त जानकारी अनुसार घमापुर थाना क्षेत्र में रहने वाली तीन वर्षीय मासूम बालिका घर के भीतर सो रही थी। तभी क्षेत्र का ही कल्लू चौधरी उसके घर पुहंचा और घर के दरवाजे को भीतर से बंद कर बच्ची से हैवानियत करने लगा। तभी बच्ची की मां वहां पहुंच गई, जिसे देख आरोपी ने दरवाजा खोला और वहां से भाग निकला। घटना के बाद मां बच्ची को लेकर थाने पहुंची, तो उसे यह कहकर पहले तो बाहर रोक दिया गया कि साहब व्यस्त हैं। इसके बाद महकमे के लोग महिला से बातचीत में जुट गए और टीआई के इशारे पर मामले को दबाने की कोशिश करने लगे। जब परिजन नहीं माने तो पीडि़ता की मां से टीआई ने यह तक कहा कि यदि एफआईआर करानी ही है, तो तुम अपने साथ छेड़खानी की रिपोर्ट दर्ज करा दो। यह जानकारी जब आसपास के लोगों के माध्यम से फैली, तो पूर्व मंत्री और क्षेत्रीय विधायक लखन घनघोरिया समर्थकों के साथ थाने पहुंच गए।
थाने में देर रात तक हंगामा, पहुंचे पुलिस अधिकारी
थाना प्रभारी और थाने के स्टाफ के खिलाफ जैसे ही कांग्रेसी इकट्ठा हुए, तो कई थानों का पुलिस बल और अधिकारी मौके पर पहुंचे। जिन्होंने प्रदर्शनकारियों को समझाने का प्रयास किया। इतना ही नहीं यह भी कहा जाने लगा कि मामले में कार्रवाई की जा रही है, जबकि उस वक्त तक कार्रवाई नहीं हुई थी। प्रदर्शन के बाद मामले में आनन-फानन में कार्रवाई शुरू की गई।
पहले से विवादित हैं टीआई और स्टाफ
पीड़ितों की समस्या और उनके समाधान के मामले में घमापुर टीआई प्रमोद साहू की भूमिका पूर्व से ही संदिग्ध रही हैं। वे ड्यूटी छोड़कर हर मामले को टालते नजर आते हैं। पहले भी एक पत्रकार के मामले की भूमिका को लेकर सवाल उठ चुके हैं। इसको लेकर पत्रकारों ने भी एसपी को ज्ञापन सौंपा था। वहीं इतने बड़े संवेदनशील मामले में इस तरह की लापरवाही उनकी कारगुजारी को उजागर करता है।
इनका कहना है
जबलपुर एसपी आदित्य प्रताप सिंह ने बताया कि आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। मामले में टीआई की लापरवाही को देखते हुए उन्हें तत्काल ही लाइन अटैच किया गया है। आगे जांच के बाद वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।