नागपुर। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत का महाराष्ट्र में हो रही सियासी उठापटक पर पहली बार बयान आया है।भागवत ने इशारों-इशारों में ही भाजपा और शिवसेना को नसीहत दे डाली। नागपुर में आयोजित एक कार्यक्रम में भागवत ने कहा कि पर्यावरण का नुकसान करने से हमारा ही नुकसान होता है, यह जानते हुए भी लोग नादानी नहीं छोड़ते। ठीक इसी तरह झगड़ा करने से नुकसान होने की बात जानते हुए भी समाज में झगड़े होते रहते हैं।
नागपुर के चीटणवीस सेंटर में आयोजित कार्यक्रम में डॉ. मोहन भागवत ने कहा कि समाज में फैली बुराइयां और झगड़ों की जड़ स्वार्थ में छिपी होती है। स्वार्थ चाहे किसी व्यक्ति का हो या देश का, वह बुरा ही होता है। स्वार्थ बुरा होने की बात सभी जानते हैं लेकिन स्वार्थ का परित्याग करना हर किसी को संभव नहीं होता।
महाराष्ट्र में शिवसेना-बीजेपी गठबंधन को स्पष्ट बहुमत मिलने के बावजूद मुख्यमंत्री पद को लेकर दोनों पार्टियों में ठन गई है। नतीजतन राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने की नौबत आ गई। इसके बाद भी शिवसेना और बीजेपी के झगड़े थमने का नाम नहीं ले रहे है। एक ओर शिवसेना आक्रामक तेवर अपनाते हुए बीजेपी के खिलाफ तीखी बयानबाजी कर रही है तो दूसरी ओर शिवसेना-बीजेपी का तीन दशक पुराना गठबंधन टूटने की वजह से सियासी उठापटक और तेज हो गई है।