तिलवारा नीरज लोधी हत्याकांड का खुलासा, पानबहार गुटखा के विवाद में 17 के बालक ने उतार दिया मौत के घाट
जबलपुर। तिलवारा अंतर्गत 20 फरवरी को हुई नीरज लोधी नामक युवक की अंधी हत्या का पुलिस ने खुलासा कर दिया। वारदात को 17 वर्षीय अपचारी बालक ने पानबहार गुटखा को लेकर हुए विवाद के बाद अंजाम दिया था। उल्लेखनीय है कि 20 फरवरी को अर्णव विहार कालोनी तिलवारा के सामने खाली पड़े मैदान में नीरज लोधी का शव खून से लथपथ मिला था। शव से लगभग 40 फिट दूरी पर एक्सिस क्रमांक एमपी 20 एस एक्स 6547 खड़ी थी।
मृतक की पहचान नीरज लोधी पिता रामसिंह लोधी उम्र 30 वर्ष निवासी चौकीताल थाना भेड़ाघाट के रूप में हुई थी।
गठित टीम द्वारा आसपास लगे सीसीटीव्ही कैमरों के फुटेज खंगाले गए एवं घटना स्थल के आसपास के लोगों से पूछताछ की गई। पतासाजी के दौरान घटना स्थल के पास चाय-पान का टपरा चलाने वाले के 17 वर्षीय बेटे से पूछताछ की गई। जिस पर पाया गया कि घटना दिनॉक को नीरज लोधी अपनी स्कूटी से आया और मैदान में अपनी स्कूटी खङी कर बैठकर शराब पीने लगा। नीरज लोधी शराब के नशे में गाली गलौच करते हुए गिरते पङते हुए टपरे के पास आया एवं गालीगलौज कर पान बहार गुटखा मांगा।
दुकान बंद होने से 17 वर्षीय अपचारी बालक ने गुटका नहीं दिया, तो नीरज लोधी ने बालक को तखत से नीचे गिरा दिया एवं मारपीट करने लगा। 17 वर्षीय अपचारी बालक ने दुकान में रखे फावङे को उठाकर नीरज लोधी को खदेङा तो वह भागते हुए मैदान में गिर गया। गुस्से में आकर 17 वर्षीय किशोर ने नीरज लोधी के चेहरे पर फावङे से 3-4 बार तथा सिर में पीछे तरफ 2 बार हमला कर हत्या कर दी एवं नीरज का मोबाइल उठा कर रख लिया। मोबाईल की सिम निकाल कर टपरे के पास जल रहे चूल्हे की आग में डाल दिया एवं फावङे को पास लगी झाङियों में छिपा दिया।
17 वर्षीय अपचारी बालक की निशादेही पर घटना में प्रयुक्त खून आलूदा फावङा एवं घटना वक्त पहने हुए कपङे तथा मृतक का मोबाइल जप्त करते हुए विधि का उल्लघंन करने वाले 17 वर्षीय अपचारी बालक को प्रकरण में विधिवत गिरफ्तार कर किशोर न्याय बोर्ड के समक्ष पेश किया जा रहा है।
उल्लेखनीय भूमिकाः अंधी हत्या का खुलासा कर हत्या करने वाले 17 वर्षीय अपचारी बालक को गिरफ्तार करने में थाना प्रभारी तिलवारा एल.एस. झारिया, उप निरीक्षक अभिषेक कैथवास, सउनि गोविंद सिंह, प्रधान आरक्षक दिलीप पाठक, आरक्षक जय कुमार, हरिश डेहरिया, एवं क्राइम ब्रांच के सहायक उप निरीक्षक धनंजय सिंह, सहायक उप निरीक्षक राजेन्द्र बिलोहा, प्रधान आरक्षक बृजेन्द्र कसाना, आरक्षक मोहित उपाध्याय एवं मुकेश परिहार सायबर सेल के प्रधान आरक्षक अमित पटेल, आरक्षक भगवान सिंह की सराहनीय भूमिका रहीं ।