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Influenza Virus: H3N2 वायरस से बचने के लिए खाने में शामिल करें ये चीजें, बनी रहेगी बीमारियों से लड़ने की इम्यूनिटी

इनदिनों भारत में इंफ्लूएंजा वायरस H3N2 के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं जिसके चलते लोगों में चिंता बढ़ी हुई है. ये वायरस कोरोना के बाद सबसे तेजी से फैलने वाला वायरस बनता जा रहा है. ऐसे में अगर हम अपनी सेहत और खानपान का थोड़ा सा ध्यान रख लेंगे तो आप इस वायरस से बच सकते हैं. इस वायरस से पीड़ित के लक्षण भी कोरोना की तरह ही बुखार और खांसी और फ्लू वायरस के जैसे ही हैं. इससे बचने के लिए सरकार ने एडवाइजरी जारी की गई है. सरकार की ओर से जारी की गई एडवाइजरी में कहा गया है कि बच्चों और बूढ़ों का खास ख्याल रखना जरूरी है. साथ ही कोविड के नियमों का भी पालन करने के लिए कहा है.

मीडिया रिपोर्ट्स में बताया जा रहा है कि इन्फ्लूएंजा वायरस नाक, आंख और मुंह से फैलता है. इसके लक्षणों में बुखार, सर्दी, खांसी, सिरदर्द, शरीर में दर्द, डायरिया आदि शामिल हैं. बता दें कि मौसम में हो रहे लगातार बदलाव के चलते ये वायरस और तेजी से फैल रहा है. इस वायरस से बचने के लिए इम्यूनिटी का स्ट्रॉन्ग होना बहुत जरूरी है. जिससे शरीर को फ्लू से बचाया जा सके. ऐसे में अह आपको कुछ ऐसी चीजें बताने जा रहे हैं जिन्हें आप अपनी डाइट में शामिल कर अपने आप को इस वायरस की चपेट में आने से बचा सकते हैं.

H3N2 वायरस से बचने के लिए इन चीजों का करें इस्तेमाल

हल्दी-

हल्दी को आयुर्वेद में काफी ताकतवार माना गया है. जो सब्जियों में मसाले के साथ औषधि का भी काम करती है. हल्दी को सर्दियों के मौसम में दवा के रूप में भी इस्तेमाल किया जाता है. इसमें करक्यूमिन नाम का कंपाउंड पाया जाता है जो एंटीऑक्सीडेंट और एंटी इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर होता है. जिससे शरीर की रोगों से लड़ने की ताकत यानी रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है. कई स्टडी में भी ये बात साबित हो चुकी है कि करक्यूमिन सफेद रक्त कोशिकाओं के उत्पादन को बढ़ाकर इम्यूनिटी सिस्टम को मजबूत करने में मदद करता है. जिससे इंफेक्शन और बीमारियों से लड़ने में भी मदद मिलती है.

मेथी दाना

इसके अलावा आप मेथी दाने का भी इस्तेमाल कर सकते हैं. क्योंकि कई शोध में इस बात का पता चला है कि मेथी के बीज में सैपोनिन, फ्लेवोनोइड्स और अल्कलॉइड्स जैसे यौगिक होते हैं, जिनमें इम्यूनिटी-बढ़ाने वाले गुण होते हैं. ऐसा माना जाता है कि ये यौगिक सफेद रक्त कोशिकाओं के उत्पादन को बढ़ाते हैं, जो इंफेक्शन और बीमारियों से लड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं. वहीं मेथी के बीज का इस्तेमाल आयुर्वेद और अन्य पारंपरिक चिकित्सा प्रणालियों में भी इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए किया जाता है. ये विटामिन ए और सी जैसे पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं, साथ ही इसमें आयरन, जिंक और सेलेनियम जैसे मिनरल्स भी पाए जाते हैं.

दालचीनी-

वहीं दालचीनी में कई सारे औषधीय गुण पाए जाते हैं. जिससे इम्यून सिस्टम को बूस्ट करने में मदद मिलती है. इसके अलावा यह एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होती है जो शरीर को खतरनाक मॉलिक्यूल्स और फ्री रेडिकल्स से बचाने में भी काफी मददगार होती है. यही नहीं यह शरीर में किसी वायरस की ग्रोथ को रोकने का भी काम करती है.

लौंग-

इसके अलावा आप लौंग का भी इस्तेमाल कर सकते हैं. क्योंकि इसमें कई ऐसे कंपाउंड पाए जाते हैं जो इम्यूनिटी को बूस्ट करने में मदद करते हैं. इसमें यूजेनॉल पाया जाता हो साथ ही इसमें एंटी इंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं. इसके साथ ही इसमें एंटीवायरल, एंटी बैक्टीरियल और एंटीफंगल गुण पाए जाते हैं जिससे यह बैक्टीरिया या वायरस को बढ़ने से रोकता है.

अदरक-

वहीं अदरक का इस्तेमाल अक्सर चाय में दालने के लिए किया जाता है. जिससे चाय का टेस्ट बढ़ जाता है लेकिन इसके सेवन से खांसी और गले में खराश होने पर भी फायदा पहुंचता है. अदररक में भी कई औषधीय गुण पाए जाते हैं जो कई तरह के इंफेक्शन से बचाते हैं. स्टडी में भी इस बात का पता चल चुका है कि अदरक सफेद रक्त कोशिकाओं के उत्पादन को बढ़ाकर इम्यून सिस्टम को बढ़ावा देने में मदद करता है, जिससे इंफेक्शन और बीमारियों से लड़ाने में मदद मिलती है. अदरक में एंटीवायरल और एंटी बैक्टीरियल गुण भी पाए जाते हैं, जो कई वायरस और बैक्टीरिया के विकास और प्रसार को रोकने में काफी मददगार होते हैं.

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