घर में खोल रखी थी नकली घी की फैक्ट्री, पुलिस ने दबिश देकर की कार्रवाई
जबलपुर. एमपी के जबलपुर स्थित चंदन कालोनी गंगा नगर में आज उस वक्त हड़कम्प मच गया. जब पुलिस ने छटीलाल गुप्ता के घर पर दबिश देकर नकली घी बनाने की फैक्टरी पकड़ी. पुलिस ने नकली घी बनाए जाने के लिए रखा 18 किलो डालडा, 8 लीटर तेल, 11 किलो क्रीम, 6 किलो 500 ग्राम घी, दो चूल्हा, गैस टंकी सहित अन्य सामान बरामद किया है.
इस संबंध में एसपी तुषारकांत विद्यार्थी ने बताया कि चंदन कालोनी गंगा नगर गढ़ा में रहने वाला छटीलाल पिता मोलीलाल गुप्ता उम्र 44 वर्ष लम्बे समय से घर में ही नकली घी बनाने का कारोबार कर रहा है. जिसकी सप्लाई शहर से लेकर आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों तक होती है. पुलिस को जैसे ही इस बात की खबर मिली तो क्राइम ब्रांच की टीम ने छटीलाल गुप्ता के घर की घेराबंदी कर दबिश दी. पुलिस को देखते ही छटीलाल गुप्ता स्तब्ध रह गया. पुलिस ने मौके से नकली घी बनाने के लिए रखा एक किलो वाले डालडा के 18 पैकेट, सोयाबीन तेल के 8 पैकेट, पन्नीयों में घी के एक किलो के 3 पैकेट, 500 ग्राम के 6 पैकेट, 250 ग्राम के दो पैकेट, एक किलो के 11 पैकेट क्रीम, 5 लीटर वाली एसिड की केन आधी खाली रखी मिली. इसके अलावा घीट बनाने के लिए उपयोग में आने वाले एक बडा चूल्हा, एक छोटा चूल्हा, एक गैस सिलेन्डर, एक बडा गंजा, स्टील का, एक छोटा गंजा स्टील का, एक कटोरी, तीन स्टील के डिब्बे, एक लोहे की करछुली रखे मिले. संजीवनी नगर थाना में खाद्य सुरक्षा अधिकारी विनोद कुमार धुर्वे के प्रतिवेदन पर छटीलाल गुप्ता के विरूद्ध धारा 420, 272 भादिव तथा 51,52,26 (2) आईआईं का अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया. नकली घी की फैक्टरी का खुलासा करने में क्राइम ब्रांच एएसआई प्रशात सोलंकी, प्रधान आरक्षक बलराम पाण्डे, अतुल गर्ग, अजय एवं थाना संजीवनी नगर के एसआई मंजुषा धुर्वे, सचिन वर्मा, प्रधान आरक्षक श्रीकांत मिश्रा, आरक्षक अभिषेक की सराहनीय भूमिका रही.
ऐसे बनाता रहा नकली घी-
पुलिस को पूछताछ में आरोपी छटीलाल गुप्ता ने बताया कि गंजे मे सोयाबीन तुलसी तेल डालकर वनस्पती घी एव देसी घी का एसेंस मिलाकर गैस भट्टी से गरम करने के बाद मिक्सर से मिक्स कर ठंडा करते है. इसके बाद तौल करके पन्नी में पैक करता है. जिसे उसके घर से अन्य फुटकर विक्रेता ले जाकर बाजार मे विक्रय करते है. मौके पर खाघ सुरक्षा अधिकरी द्वारा पन्नी के पेकेटों में से सैम्पल लेकर परीक्षण के राज्य खाद्य परिक्षण शाला भोपाल परिक्षण हेतु भेजा जायेगा.