ज्योतिष

कल से शुरू हो रहा ज्‍येष्‍ठ माह, गलती से भी ना करें ये काम, गरीबी नहीं छोड़ेगी पीछा

हिंदू धर्म-शास्‍त्रों के अनुसार ज्‍येष्‍ठ माह में वरुण देव की पूजा की जाती है और इस महीने में बहुत तेज गर्मी पड़ती है. हिंदू पंचांग के अनुसार कल 6 मई 2023, शनिवार से ज्‍येष्‍ठ महीना शुरू होने जा रहा है. इस महीने में सूरज की तेज किरणें धरती पर पड़ती हैं और गर्म हवाएं चलती हैं. इसे जेठ का महीना भी कहते हैं. जेठ के महीने में वरुण देव की पूजा की जाती है और पानी की बर्बादी करने से बचना चाहिए. साथ ही कुछ नियमों का पालन भी करना चाहिए. वरना उसका बुरा फल झेलना पड़ता है.

ज्‍येष्‍ठ के महीने में क्‍या करना चाहिए और क्‍या नहीं 

धर्म-शास्त्रों के अनुसार ज्येष्ठ माह में केवल एक समय सोना चाहिए, यानी कि दोपहर में नहीं सोना चाहिए. माना जाता है कि जेठ के महीने में दोपहर में सोने से कई तरह की बीमारियां घेर लेती हैं. हालांकि जेठ की लंबी दोपहर काटना मुश्किल होता है और अक्‍सर लोग सो जाते हैं, जबकि ऐसा करने से बचना चाहिए.

– जेठ के महीने में दोपहर 1 बजे से 4 बजे तक बाहर निकलने से बचना चाहिए. दोपहर के इन घंटों में सूरज की तीखी झुलसा देने वाली किरणें धरती पर पड़ती हैं, जो हमारी सेहत और त्‍वचा पर बुरा असर डालती हैं. साथ ही शरीर में पानी की कमी कर देती हैं. यदि किसी कारणवश दोपहर में निकलना जरूरी हो तो शरीर को सूती कपड़ों से ढंककर निकलें और निकलने से पहले सत्‍तू, नींबू पानी, जलजीरा, खीरा, तरबूज जैसी ठंडी चीजों का सेवन करके निकलें.

– ज्येष्ठ माह में पानी की बर्बादी करने की गलती ना करें. ऐसा करना देवी-देवताओं को नाराज कर देता है और व्‍यक्ति को गरीब बना देता है. माना जाता है कि इस समय में पानी का बेवजह बहना धन को भी पानी की तरह बहा देता है. लिहाजा दरिद्रता-गरीबी से बचना है तो पानी का बहुत सोच-समझकर उपयोग करें.

– ज्‍येष्‍ठ महीने के सभी मंगलवार का बहुत महत्‍व है और इसलिए इन्‍हें बड़ा मंगल कहा जाता है. ज्‍येष्‍ठ मास के किसी भी मंगलवार को ना तो उधार पैसा दें और ना ही किसी से धन उधार लें. वरना मंगलवार को धन का ऐसा लेन-देन आपको कर्ज के बोझ तले दबा देगा और तेजी से गरीब बनाएगा.

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