वनडे-टी20 में इंग्लैंड टीम की देखा-देखी कर रही हैं अंतरराष्ट्रीय टीमें, ऑस्ट्रेलिया की नहीं : मोइन अली
स्टार ऑलराउंडर मोईन अली (Moeen Ali) को इस चलन में कुछ बुराई नहीं लगती कि प्रतिद्वंद्वी टीमें सीमित ओवर फॉर्मेट क्रिकेट में उनके ‘तरीके’ को अपनाने की कोशिश कर रही हैं जो वैश्विक टूर्नामेंट में उनकी अपार सफलता हासिल करने के बाद हुआ है. ऑस्ट्रेलिया में हाल में टी20 विश्व कप जीतने के साथ ही इंग्लैंड की टीम एक ही सर्किल में टी20 और वनडे विश्व कप ट्राफी जीतने वाली पहली टीम बन गई है.
इयोन मोर्गन ने इंग्लैंड के 2015 विश्व कप में निराशाजनक अभियान के बाद टीम के सोचने के तरीके और खेलने की शैली में आमूलचूल बदलाव किया और जॉस बटलर इस विरासत को आगे बढ़ा रहे हैं.
इंग्लैंड टीम के मोईन को लगता है कि अन्य टीमों के लिए मैच में अपनाए जाने वाले उनके आक्रामक रवैये का अनुकरण करना स्वभाविक है. उन्होंने इसके लिए 1990 के दशक और 2000 के दशक के शुरू में दबदबा रखने वाली ऑस्ट्रेलियाई टीम का उदाहरण दिया.
मोईन ने अबुधाबी टी10 लीग के मौके पर पीटीआई से कहा, ‘‘इस ‘टेम्प्लेट’ (तरीके) के बारे में काफी समय बात की गयी थी. मुझे लगता है कि अब हम बेहतर टीम बन चुके हैं. मोर्ग्स (मोर्गन) ने इस तरीके को लाकर मानसिकता में बदलने में शानदार काम किया है जो सबसे मुश्किल हिस्सा है.’’
उन्होंने कहा, ‘‘अब हम विभिन्न परिस्थितियों, अलग टीमों के खिलाफ अनुकूलित हो सकते हैं, डेथ ओवर में अलग गेंदबाजों का इस्तेमाल कर सकते हैं और बल्लेबाजी क्रम में भी लचीलापन है. ये टीम आगे और बेहतर ही होगी.’’
इस 35 साल के खिलाड़ी ने कहा, ‘‘उदाहरण के तौर पर जब ऑस्ट्रेलिया की टीम ट्रॉफी जीतती थी तो हर कोई उनका अनुकरण करना चाहता था. अब इंग्लैंड ने 50 ओवर और टी20 विश्व खिताब जीता है और टीमें हमारा अनुकरण करना चाहती हैं.’’