हनुमानताल में पानी में ज्यादा भीगने से हुई थी पक्षियों की मौत-सेंपल की जांच में पक्षियों पानी की मात्रा मिली ज्यादा
जबलपुर। हनुमानताल तालाब में प्रवासी पक्षियों व गौरेया की मौत की वजह पानी में ज्यादा भीगने के कारण ठंड लगने से हुई है। वेटनरी विश्वविद्यालय स्थित स्कूल आफ वाइल्ड लाइफ फोरेंसिक एंड हेल्थ सेंटर में भेजे गए चार मृत पक्षियों में दो पक्षी जांच करने लायक स्थिति में नहीं थे। शेष दो की जांच में पता चला कि पक्षियों में पानी की ज्यादा मात्रा हो जाने के कारण मृत्यु हुई है। फव्वारे में बनाया था घोसला- हनुमानताल के आस-पास रहने वालों ने बताया कि प्रवासी पक्षियों ने हनुमानताल तालाब के बीच में लगे फव्वारे में अपना घोसला बनाया था। गत दिनों फव्वारा काफी देर तक चला जिससे पक्षी भीग गए। वन विभाग द्वारा चार पक्षियों का जांच रिपोर्ट में प्रथम दृष्टया यही पाया गया कि ज्यादा भीगने की वजह से पक्षियों में पानी की मात्रा अधिक हो गई थी। जिसे निमोनिया भी कह सकते हैं। -पानी में उतराते रहे मृत पक्षी-विदित हो कि बुधवार की सुबह हनुमानताल तालाब में गौरेया सहित प्रवासी पक्षियों की मौत से हड़कंप मचा रहा। तालाब में बड़ी संख्या में मृत पक्षी तालाब में उतरा रहे थे। आनन-फानन क्षेत्रीय जनों ने वनविभाग को सूचना दी। सूचना पाकर पहुंचे वन विभाग के रेस्क्यू दल ने चार मृत पक्षियों के सेंपल वेटरनरी वाइल्ड लाइफ फोरेंसिक एंड हेल्थ सेंटर भिजवाए थे।